जालन्धर, नवम्बर (विष्णु) अदब और अदीब किसी भी देश-कौम का सरमाया होते हैं। लेखकों में इतनी ताकत होती है कि वे तकदीर को भी बदल सकते हैं। इसी प्रकार अदब और अदीबों से जुड़ी तन्ज़ीमें और संस्थाएं अपने लेखन से देश और समाज को नई दिशा प्रदान कर सकती हैं। ये शब्द पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जनाब एम.एफ. फारूकी ने पंजाब प्रैस क्लब में देश की एकमात्र हिन्दी साहित्य सेवी संस्था पंजाब कला साहित्य अकादमी (पंकस अकादमी) रजि. के 27वें वार्षिक अकादमी अवार्ड वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए कहे। मुख्यातिथि के रूप में विराजमान जालन्धर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र बेरी ने इस अवसर पर कहा कि साहित्यकारों ने अपने लेखन और सृजन के बल पर हमेशा देश और समाज के चेहरे को संवारा है। उन्होंने पंकस अकादमी रजि. के अतीत का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह अकादमी आज एक बहुत बड़ा फलदार वृक्ष बन गई है। अजीत प्रकाशन समूह के कार्यकारी सम्पादक स. सतनाम सिंह माणक ने इस मौका पर कहा कि पंजाब की विरासत पंजाबी परम्पराओं के संरक्षण में पंकस अकादमी जैसी संस्थाओं का बड़ा योगदान होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब का साहित्यिक विरसा हमेशा से बड़ा समृद्ध रहा है। दैनिक जागरण के एग्ज़ैक्टिव एडिटर श्री अमित शर्मा ने मेहमान-ए-खुसूसी के तौर पर बोलते हुए कहा कि पंक्स अकादमी जैसी संस्थाओं के बल पर ही पंजाबी विरासत की पिटारी आज तक लबालब भरी रही है। प्रिं. सुरेश सेठ ने अकादमी के अब तक 40 वर्ष के इतिहास पर प्रकाश डाला।
पंकस अकादमी के संस्थापक निदेशक डा. जगदीप सिंह एवं अध्यक्ष श्री सिमर सदोष के अनुसार संत पुरुष प्रो. संत सिंह की पावन स्मृति को समर्पित इस वर्ष का सर्वोच्च मानव सेवा रत्न सम्मान अंतर्राष्ट्रीय धावक स. निर्मल सिंह तूर को प्रदान किया गया। लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड लब्ध-प्रतिष्ठ साहित्यकार इन्दौर (म.प्र.) के स. प्रताप सिंह सोढी को दिया गया। राष्ट्रीय शिक्षा डी.ए.वी. कॉलेज जालन्धर गया। के कॉमर्स विभागाध्यक्ष डा. अशोक कपूर और केरल के तिरुवनंतपुरम की प्रिंसीपल डा. शीला गौरभि को प्रदान किया गया। भारत गौरव सारस्वत सम्मान राउ (म.प्र.) की प्रिंसीपल डा. बूला कार और राष्ट्रीय शिक्षा मित्र सम्मान गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कालेज जालन्धर की सहायक प्रोफैसर डा. निधि शर्मा को दिया गया। राष्ट्रीय लघुकथा श्रेष्ठि सम्मान सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल मोहाली के प्रिंसीपल डा. सुनील बहल और काव्य- श्री सम्मान बरेली (उ.प्र.) की श्रीमती राजबाला धैर्य को दिया गया। राष्ट्रीय पंकस अकादमी अवार्ड डा. राजिन्द्र सिंह साहिल, श्रीमती नीरू मित्तल नीर, श्रीमती कुलदीप मक्कड़, श्री सुभाष भास्कर को और राष्ट्रीय खेल रत्न सम्मान श्री देवेन्द्र कुमार को प्रदान किया गया। लब्ध-प्रतिष्ठ साहित्यकार श्री बजरंग सोनी के पिता श्री माली राम सोनी स्मृति सम्मान श्री इन्द्र पाल मिड्डा को प्रदान किया गया।
आकाशवाणी जालन्धर के प्रोग्राम एग्ज़ैक्टिव श्री सोहन कुमार, डा. दर्शन कुमार त्रिपाठी और श्रीमती भारती कुठियाला को कला-श्री अवार्ड प्रदान किया गया। पंकस अकादमी का प्रतिष्ठाजनक शिरोमणि पत्रकारिता अवार्ड लब्ध-प्रतिष्ठ लेखिका, सम्पादक एवं समाज सेवी उत्तराखंड की आशा शैली को प्रदान किया गया। सरदारनी अजीत कौर बेदी एवं स. सुरेन्द्र सिंह बेदी की स्मृति में सात मेधावी किन्तु जरूरतमंद छात्राओं को छात्रवृत्ति के रूप में सम्मान निधि प्रदान की गई।
पंजाबी परम्पराओं के अन्तर्गत इस अवसर पर चाटी, मधानी, चरखे, खंडे, पंजाबी पगड़ी का भी प्रदर्शन किया गया। बाद में पंजाबी लंगर की भी शानदार व्यवस्था की गई थी।