जालंधर: जालंधर सैंट्रल हलके के विधायक और आम आदमी पार्टी के नेता रमन अरोड़ा ने अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि ढिल्लों परिवार के घर दुखों का पहाड़ टूटा है, ऐसे वक्त में अकाली दल और उसके कर्ताधर्ता मजीठिया ढिल्लों परिवार के घर दुख प्रकट करने की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं।
विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि जुड़वां भाइयों मानवजीत सिंह ढ़िल्लों और जशनजीत सिंह ढ़िल्लों को लेकर वे दुखी हैं। ढिल्लों ब्रदर्स के साथ जो हुआ, वह ठीक नहीं हुआ। इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी की सरकार सख्त एक्शन ले रही है।
विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि बिक्रम मजीठिया, ढिल्लों ब्रदर्स के घर दुख प्रकट करने नहीं, बल्कि इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक रंगत देने गए थे। जिस घर में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो, वहां जाकर प्रेस कांफ्रेंस करना और बेवजह इल्जाम लगाना बेहद घटिया मानसिकता को दर्शाता है।
विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि कि इस दुख की घड़ी में आम आदमी पार्टी का हर वर्कर और पंजाब की सरकार ढिल्लों परिवार के साथ है। दुख की घड़ी में जिस तरह से बिक्रम मजीठिया राजनीतिक रोटियां सेंकने की कवायद कर रहे हैं, ये बड़ी ही शर्मनाक बात है।
रमन अरोड़ा ने कहा कि संविधान से बड़ा कुछ नहीं है। कानून से बड़ा कोई नहीं है। कानून से बड़ा न तो कोई एमएलए है और न ही कोई नेता। उन्होंने कहा कि ढिल्लों परिवार के घर जाकर राजनीतिक रोटियां सेंकने की बजाए बिक्रम मजीठिया को मेरे घर आना चाहिए, अगर उन्हें शक है कि मेरे घर में एसएचओ है, तो देख सकते हैं। लेकिन इस दुख की घड़ी में राजनीति न करें।
रमन अरोड़ा ने कहा कि सुसाइड केस में नामजद होने के बाद एसएचओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। एसएचओ नवदीप के फरार रहने के चलते फिर थाना डिवीजन नंबर 1 के पूर्व प्रभारी नवदीप सिंह को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। ये पूरी कार्रवाई पंजाब सरकार के राज हुई है।