जालंधर/29नवंबर: पूर्व मंत्री और शिरोमणी अकाली दल के जनरल सचिव सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने न केवल सुल्तानपुर लोधी के अकाल बुंगा गुरुद्वारे में गुरबाणी का शांतिपूर्ण पाठ कर रही संगत पर हमला किया बल्कि तीन को गिरफ्तार भी किया गया तथा निर्दोषों को दोषी ठहराया गया और उन्हे गुरुद्वारा साहिब का प्रबंधन अपने हाथ में लेने की कोशिश करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
आज यहां गुरप्रीत सिंह के माता पिता के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि गुरप्रीत सिंह को 21 नवंबर को गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब में हुई कथित घटना के लिए 22 नवंबर को सुल्तानपुर लोधी में गिरफ्तार किया गया था। इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि गुरप्रीत सिंह और उनके साथी-निशान सिंह और बाघेल सिंह को 21 नवंबर को अकाल बुंगा गुरुद्वारे में घटना के लिए 22 नवंबर को सुल्तानपुर लोधी से गिरफ्तार किया गया था, भले ही वे उसी दिन श्री दरबार साहिब में मौजूद थे। उन्होने उसी दिन अमृतसर 21 नवंबर को अमृतसर में तीनों की मौजूदगी साबित करने के लिए सीसीटीवी कैमरा के क्लिप भी दिखाए।
यह कहते हुए कि मुख्यमंत्री भगंवत मान ने सबसे पहले अकाल बुंगा गुरुद्वारे पर हमले का आदेश दिया था ताकि बाबा बलबीर सिंह, जो मुख्यमंत्री की बहन और पत्नी के करीबी हैं, द्वारा गुरुद्वारे पर कब्जा करने में मदद की जा सके। उन्होने कहा, ‘‘ अब इस मामले में निर्दोषों को फंसाया जा रहा है क्योंकि वे अमृतधारी हैं और कथित घटना के एक दिन बाद सुल्तानपुर लोधी में मौजूद थे’’।अकाली दल के जनरल सचिव ने कहा कि आप सरकार ने गुरप्रीत सिंह के परिवार के साथ अन्याय किया है, जो एक एकड़ के सीमांत किसान हैं और उन्होने अपनी बेटी की शादी 1 दिसंबर को रखी हुई है। गुरप्रीत के माता-पिता ने खुलासा किया कि उनका बेटा सुल्तानपुर लोधी में शादी के लिए निमंत्रण देने आया था उसका इस घटना से कोई लेना-देना नही है।
यह कहते हुए कि आप सरकार को निर्दोषों को फंसाना नही चाहिए। सरदार मजीठिया ने कहा, ‘‘ यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री बाबा बलबीर सिंह की मदद करना चाहते हैं और अकाल बुंगा गुरुद्वारे पर उनका नियंत्रण सुनिश्चित करना चाहते हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री की बहन मनप्रीत कौर उनके द्वारा संचालित स्कूल में कार्यरत है’’। उन्होने कहा कि निर्दोषों को फंसाया नही जाना चाहिए । उन्होने कहा कि यह श्री भगवंत मान द्वारा सत्ता का सरासर दुरूपयोग है और हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होने कहा कि किसी भी निर्दोष को झूठे मामलों में फंसाया न जाए यह सुनिश्चित करने के लिए अकाली दल कानूनी कार्रवाई का सहारा लेगा’’।