जालंधर: ट्रैवल एजेंसियां भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए के धोखाधड़ी कर रहीं है। ऐसा ही मामला बीते दिन जालंधर शहर से आया था। जहां पर आराध्य इंटरप्राइजेज ट्रैवल एजेंसी पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी व नकली वीजा देने के आरोप लगे थे।
वही एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आराध्या इंटरप्राइजेज ट्रैवल एजेंसी के पास अपना लाइसेंस नहीं है। वह बिना लाइसेंस के लोगों को विदेश भेजने का काम कर रहीं है। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। एजेंसी लोगों से मुंह मांगे रुपए लेकर विदेश भेजने के कागजात तैयार करती है। इसके बाद जब विदेश जाने की बारी आती है, तो लोगों को पता चलता है कि उनके वीजा व टिकट नकली है। इसके बाद एजेंसी की ओर से पीड़ितों को डराया धमकाया जाता है। अगर कोई पीड़ित पुलिस में शिकायत करता है तो राजनीतिक और पुलिस के सहयोग से ट्रैवल एजेंसी पीड़ित के साथ राजीनामा कर लेती है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि ट्रैवल एजेंसी के साथ कुछ राजनीतिक लोग जुड़े हुए हैं। जिनकी मदद से है यह ट्रैवल एजेंसी चल रहा है। बीते दिन माछीवाड़ा के रहने वाले गुरदीप के साथ भी मलेशिया भेजने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। गुरदीप की 22 दिसंबर को मलेशिया की फ्लाइट थी।लेकिन उसने 27 नवंबर को जब ऑनलाइन वीजा चेक किया तो उसे पता चला कि ट्रैवल एजेंसी की ओर से उसे नकली वीजा दिया गया है। इसके बाद जब उसने एजेंसी में काम करने वाली थापा नामक व्यक्ति से बात की तो एजेंसी के कर्मचारियों ने उसे पहले तो धमकियां दी उसके बाद राजीनामा करने की बात कही।