आयुर्वेद पर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए और सेंटर खोले सरकार, चार साल में सिर्फ 343 करोड़ रुपए ही किये जारी

जालंधर, 9 फरवरी-लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू ने भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धती आयुर्वेद को प्रफुल्लित करने के लिए केंद्र सरकार से देशभर में बड़ी तादाद में नए सेंटर खोलने व बजट बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयुर्वेद को लेकर लोगों में काफी रुझान बढ़ा है और लोगों ने अंग्रेजी दवाईयों के मुकाबले आयुर्वेद के जरिए अच्छे नतीजे प्राप्त किए हैं। उनके द्वारा संसद में उठाए गए प्रश्न के जवाब में केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने बताया कि पूरे देश में इस वक्त 25 आयुर्वेद रिसर्च सेंटर चल रहे हैं, जिनमें पंजाब के पटियाला जिले में एक सेंटर चल रहा है। सरकार ने आगे कहा है कि सरकार इन सेंटर्स को रिसर्च कार्यों के लिए ग्रांट जारी करती है, साथ ही आयुर्वेद से संबंधित रिसर्च के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों को भी फंड्स जारी किए जाते हैं। सरकार की तरफ से प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक साल 2020-21 से लेकर 2023-24 के बीच कुल 343 करोड़ रुपए का बजट इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए जारी किया गया था, जिसमें से संबंधित संस्थाओं की तरफ से 296 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। सांसद ने कहा कि सरकार को आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए फंड्स में बढ़ोतरी करने की जरूरत है क्योंकि इन पैसों से नए केंद्रों का निर्माण संभव नहीं है। इसलिए सरकार को आयुर्वेद को बढ़ावा देने और इस चिकित्सा पद्धती का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए बजट में बढ़ोतरी करने और नए सेंटर्स खोलने की जरूरत है।

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