

जालंधर 23 जनवरी (विष्णु) बसंत पंचमी और 26 जनवरी के अवसर पर युवा और बच्चे पतंग बाजी का शौंक रखते है। लेकिन आजकल पतंग बाजी के दौरान लोग इंडियन डोर छोड़कर चाइना की प्लास्टिक डोर से पतंग उड़ाने का शौक रख रहे हैं। लेकिन जीकर योग है कि इस चीन की प्लास्टिक डोर से पिछले समय में कई लोगों की जान जा चुकी है। कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए है। किसी को लेकर शिरोमणि अकाली सीनियर लीडर करतार सिंह गिल( बिल्ला ठेकेदार) ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चाइना डोर एक जानलेवा खतरा पैदा करती है। इसलिए सभी को चाहिए कि अपने बच्चों को इंडियन डोर से पतंग उड़ाने के लिए प्रेरित करें। कोई भी युवा चाइना डोर से पतंग ना उड़ाए और ना ही अपने बच्चों को लेकर दे। उन्होंने कहा कि चाइना डोर की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है और वह कई लोगों को जख्मी भी कर चुकी है। इसलिए लोगों को चाहिए कि वह खुद ही चाइना डोर का बहिष्कार करें और इंडियन डोर को अपनाएं।

गौर हो कि जालंधर के मंडी के पास पुलिस ने भारी मात्रा में चाइना डोर पकड़ा है। चाइना डोर के खिलाफ लगातार पुलिस द्वारा सख्ती से कार्रवाई की जा रही है, लेकिन चाइना डोर पर पूर्ण प्रतिबंध होने के बावजूद अभी तक पूर्ण रूप में रोक नहीं लगाई जा सकी है। यही कारण है कि बसंत पंचमी का सीजन शुरु होते ही हर साल पुलिस भारी मात्रा में चाइना डोर के गट्टू बरामद करती है। हैरानी की बात यह है कि इतने सालों से इस घातक डोर पर बैन होने के बावजूद अभी तक पुलिस चाइना डोर की सप्लाई करने वालों मास्टरमाइंड को काबू नहीं कर पाई और इस पर पूर्ण रूप से लगाम नहीं लगा पाई। जिसके चलते इस साल भी चाइना डोर की चपेट में आने से कुछ लोगों की मौतें हो गई और कुछ लोग घायल हो गए। वहीं आज भी पुलिस ने 116 गट्टू बरामद कर लिए है।

