

जालंधर 5 अक्टूबर (विष्णु) पंजाब में हर खुशी और गम का सहारा नॉनवेज खाने वालों के लिए के बकरे का मीट ही होता है और आज इसकी डिमांड इतनी बढ़ चुकी है इसके भाव देसी घी से महंगे होते जा रहे हैं एक तरफ डॉक्टरों की सुने तो उनका भी यही कहना है की लाल मीट खाने से सेहत तंदुरुस्त रहती है और इसके खाने के शौकीन दिन-दिन गिनती ज्यादा होने के कारण मीट के भाव भी आसमान पर पहुंच गए हैं इसमें जालंधर ,लुधियाना के व्यापारियों ने बकरे की पूर्ति करने के लिए गुजरात से जंगली सूअर स्मगलिंग करना शुरू कर दिया है भारी मात्रा में यह गाड़ियां रात के अंधेरे में जालंधर के बाईपास रामा मंडी के समीप बनी दुकान वहां पर यह माल उतरता है और इसको शहर के विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-बड़े दुकानदारों के पास साफ करके भेज दिया जाता है इस सूअर में चर्बी ना होने के कारण पता ही नहीं चलता की ये बकरा है या सूअर है परंतु खाने के शौकीन देखते ही बता देते हैं कि यह किसका मीट है इसका भाव₹200 प्रति किलो के हिसाब से बाजारों में बेचा जा रहा है और बकरे का मीट 650 से लेकर ₹700 तक है और यह लोग आम जनता को बेवकूफ बनाते हुए सूअर का मीट लोगों को खिला रहे हैं और कह रहे हैं यह बकरा फार्मी है यहां पर हर धर्म के लोग नॉनवेज लगभग खाना शुरू कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है की हर धर्म सूअर का मीट नहीं खाता और यह सूअर का मीट बकरे के भाव से 100 से ₹200 दामों में बेचा जा रहा है सूत्र बताते हैं इसकी सप्लाई डॉल्फिन होटल के पास एक दो दुकानों में सोडल मंदिर के सामने वाली सड़क पर इसके आसपास क्षेत्र में बस्तियां क्षेत्र में काली माता मंदिर के पास बस्ती बाबा खेल नहर पर जो बनी मार्केट वहां पर इसके अलावा शहर के बाहरी क्षेत्रों में इसकी सप्लाई खूब हो रही है यही नहीं यह लोग शादियों और होटल में इसकी भरपूर सप्लाई दे रहे हैं जिसमें अंधेरा होने के कारण खाने वाले को पता ही नहीं चलता कि यह क्या है हम तो हम अपने पाठकों से यही निवेदन करेंगे खाओ अच्छा खाओ सेहत बनाओ लेकिन हमेशा सावधान रहे। जानकारी ये भी है इसके खाने से कोई बीमारी नहीं लगती मीट तो इसका अच्छा है परंतु कई लोग सूअर नहीं खाते जिनको बकरा कहकर बेचा जा रहा है इसकी जो पहचान है उसकी पूंछ जो बिल्कुल जलेबी की तरह गोल होती है और बकरे की सीधी होती है और दूसरी इसकी पहचान सुअर की जो चाप होती है वह गोल होती है और बकरे की चपटी होती है तीसरा सूअर के पट्ट गोल होते हैं बकरे के लंबे होते हैं। कौन है इन सब का किंग मेकर अगले अंक में बताएंगे और लुधियाना में कहा कहा बेचा जा रहा है उस की भी पूरी जानकारी देंगे । मीट खाने वाले सावधान रहो बेचने वाले सरकार के साथ जनता को भरपूर चूना लगा रहे हैं और इससे सेहत विभाग हाथों में हाथ डालकर अपना फेस्टिवल सीजन मना रहा है।

