जालंधर। दिल्ली में फ्यूचर पावरलिफ़्टिंग एकेडमी फ़ेडरेशन की तरफ़ से बैंचप्रेस और डेडलिफ्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें देश भर से पहलवानों ने भाग लिया था।
74 किलोवर्ग के मुक़ाबले में जालंधर के भानू परताप पठानिया ने पहला स्थान हासिल कर स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही भानू को सबसे अधिक वेट उठाने पर अपने वर्ग में स्ट्रोंगेस्ट मैन का अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। यह प्रतियोगिता दिल्ली के द्वारका मोर स्थित रॉयल पैलेस में करवाई गई थी।
भानू पठानिया ने अपनी जीत का सेहरा अपने पिता स्वर्गीय संदीप सिंह पठानिया और माता सुनीता पठानिया को दिया। उन्होंने कहा कि उनके पिता भी पहलवानी किया करते थे, उन्हीं से प्रेरणा लेकर पहलवानी आरंभ की थी। अब आने समय में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताएँ आरंभ होगी। इसमें पंजाब को प्रतिनिधित्व करने की तैयारी कर रहे है। उनका सपना देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है।
इससे पहले भी भानू कई प्रतियोगिताएँ जीत चुके है। वे सूर्या एनक्लेव स्थित फ़िटमेक्स जिम में राजन पठानिया से ट्रेनिंग लेते है। इसके साथ ही जालंधर के श्रीमन्न हॉस्पीटल में मार्केटिंग की नौकरी करते है।
भानू की माता सुनीता पठानिया ने कहा कि उन्हें बहुत गर्व महसूस होता है कि उनका बेटा अपने पिता की राह पर चल रहा है। वह अपने बेटे को देश के लिए पदक जीतते देखना चाहती है। उनका बेटा भी पूरी मेहनत के साथ सपना पूरा करने में लगा हुया है।