चंडीगढ़, 11 अगस्त :-जालंधर से आम आदमी पार्टी(आप) के सांसद सुशील कुमार रिंकू ने केन्द्र सरकार के खिलाफ अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया है। रिंकू ने संसद भवन के बाहर अपने शरीर को लोहे की जंजीरों से जकड़ कर प्रदर्शन किया और संसद को आजाद करो एवं लोकतंत्र को आजाद करो के नारे लगाए।
शुक्रवार को रिंकू ने संसद भवन के बाहर चक्कर लगाया और संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीम राम अंबेडकर की मूर्ति के आगे जाकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वह अकेले ही अपने आप को लोहे की जंजीरे में बांध कर वहां पर प्रदर्शन कर रहे थे।इस अवसर पर मीडिया के सामने बोलते हुए सुशील रिंकू ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के संविधान, संसद और कानून को गुलामी की जंजीरों में कैद कर रखा है। आज देश के लोकतंत्र का चारों स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया खतरे में हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश में एक ऐसी सरकार है जो न संविधान को मानती है और न ही देश की सुप्रीम न्याय व्यवस्था में विश्वास रखती है। मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी न मानकर और नियमों-कानूनों को ताक पर रखकर मनमर्जी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है और उन्हें जानबूझकर निलंबित किया जा रहा है।मालूम हो कि सदन में दिल्ली सेवा बिल की कापियां वेल में आकर फाड़ने के कारण सुशील रिंकू को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किया गया था। रिंकू जब संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे तो वहां पर राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी गए और उनके इस कदम की सराहना की।